मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना मध्यप्रदेश | Mukhyamantri Bhavantar Bhugtan Yojana Madhya Pradesh in hindi
मध्यप्रदेश सरकार अपने राज्य के सभी तबकों के लोगों के लिए विभिन्न तरह की योजनाओं की शुरुआत कर रही है. इस तरह से राज्य के किसानों के विकास पर ध्यान देना सरकार का विशेष कार्य हो जाता है. इस योजना की सहायता से सरकार राज्य के किसानों पर आने वाले विभिन्न तरह के रिस्क को कम करना चाहती है. इस योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को विभिन्न तरह के जोखिमों पर मुआवज़ा प्रदान करेगी. फसल ऋण मोचन योजना उत्तरप्रदेश यहाँ पढ़ें.
मुख्यमंत्री भावान्तर योजना क्या है (Mukhyamantri Bhavantar Bhugtan Yojana in hindi)
तत्कालिक समय पर राज्य में प्रतिवर्ष एक बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या कर रहे हैं. इन आत्महत्याओं की मुख्य वजह किसानों का नुकसान, ऋण, उत्पाद के मूल्य में कमी, प्रशासन की निष्क्रियता आदि मुख्य हैं. इस वजह से राज्य सरकार ने किसान आत्महत्या को बंद कराने के लिए इस योजना की शुरुआत की है. इस योजना के अनुसार सरकार मंडियों में बिक्री मूल्य और लाभकारी मूल्य के बीच में होने वाले अंतर का भुगतान किसानों के बैंक खाते में करेगी.
मुख्यमंत्री भावान्तर योजना की लॉन्च तारीख (Mukhyamantri Bhavantar Bhugtan Yojana Launch Date)
यह योजना राज्य सरकार के कैबिनेट में 22 अगस्त को पास हुई थी. इसके उपरान्त इस योजना का लॉन्च मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों किया गया.
मुख्यमंत्री भावान्तर योजना के लिए पंजीकरण आरम्भ होने की तारीख (Mukhyamantri Bhavantar Bhugtan Yojana Registration Dates)
इस योजना के अंतर्गत लाभ उठाने के लिए राज्य के किसान 1 सितम्बर से आवेदन दे सकेंगे. योजना के अंतर्गत यह तय किया गया है कि इस योजना में पंजीकृत किसान इस वर्ष 16 अक्टूबर से 15 दिसम्बर के मध्य अपना अनाज सरकार के पास बेचते है, तो उनके बैंक अकाउंट में 15 दिसम्बर के बाद पैसा सरकार के द्वारा जमा करा दिया जायेगा. इस योजना के अंतर्गत अपना पंजीकरण कराने के लिए किसी किसान को आधार संख्या, मोबाइल नंबर, अन्य निजी जानकारियों के साथ बैंक अकाउंट सम्बंधित जानकारियाँ भी जमा करानी होंगी.
मुख्यमंत्री भावान्तर योजना का ऊद्देश्य (Mukhyamantri Bhavantar Bhugtan Yojana Objectives)
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है किसानों को आर्थिक सहयोग प्रदान करना. इस योजना की सहायता से सरकार राज्य के किसानों को पैसे से मदद करेगी, ताकि किसानों की बदहाली पर नकेल कसी जा सके और राज्य में किसानों के आत्महत्या भी रुक सके. इस योजना के अंतर्गत सरकार ने आर्थिक मदद के अलावा यह भी तय किया है कि किसी भी तरह के विवादित मामले में आये रिपोर्ट पर सरकार की तरफ से 90 दिनों के अन्दर रिपोर्टिंग किया जाएगा. इस योजना की सहायता से सरकार किसानों का प्रोत्साहन करना चाहती है ताकि वे निडर होकर खेती कर सकें. इस योजना के अंतर्गत तय किये फसलों का नाम निम्नलिखित है.
- तुअर दाल
- रामतिल
- मूंगउड़द
- मूंगफली
- मक्का
- सोयाबीन
- तिल
मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना की मुख्य विशेषताएँ (Mukhyamantri Bhavantar Bhugtan Yojana Features)
मुख्यमंत्री भावान्तर योजना के अनुसार किसानों को एक बड़ी राहत प्राप्त होगी. इस योजना की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं.
- इस योजना के अंतर्गत यह तय किया गया है, कि किसानों को उनके द्वारा उगाये गए फसलों पर सार्थक लाभ प्राप्त हो सके.
- इस योजना के अंतर्गत किसानों के बैंक अकाउंट में मंडी मूल्य और बिक्री मूल्य के बीच का अंतर सीधे तौर पर भेजा जाएगा.
- सरकार क्रॉप गिरदावरी मोबाइल एप्लीकेशन की सहायता से किसानों के डेटा और उनके उत्पाद की जानकारी कम्पाइल करेगी.
- इस योजना के अंतर्गत किसी फसल का पारिश्रमिक सम्बंधित मूल्य राज्य सरकार के कृषि उत्पाद लागत की तरफ से तय किया जाएगा.
- इस योजना के अंतर्गत किसी भी किसान की भूमि यदि बंटवारे अथवा अन्य तरह की प्रक्रिया से गुजरती है, तो यह सरकार को 3 महीने के अन्दर बताने की आवश्यकता होती है.
- यदि किसान इन तीन महीने के बाद यह दावा करता है कि उसका मामला अविवादित होने के बाद भी निष्क्रिय रखा गया है, तो सरकार की तरफ से किसान को इनाम प्राप्त होगा. इस इनाम की राशि मामले के कर्मचारियों से प्राप्त की जाएगी और सरकार इन कर्मचारियों पर दंडात्मक कार्यवाही भी कर सकती है.
इस योजना के तहत किसानों को लाभ कैसे प्राप्त होगा (Mukhyamantri Bhavantar Bhugtan Yojana Farmer’s Benefits)
कई बार अनेक अनाज जमाखोरी जैसे ग़ैर कानूनी कार्य करते हैं. इस समय किसानों को इनके पारिश्रमिक के अनुसार हक़ नहीं प्राप्त हो पाता है, जिस वजह से किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ता है. इस योजना की सहायता से किसानों को उनके बैंक अकाउंट में सटीक लाभ प्राप्त हो सकेगा और उनपर आर्थिक बोझ भी कम होगा.
निष्कर्ष (Conclusion)
भारत के कृषि कर्म एक बहुत ही नेक कार्य है, किन्तु जो भी व्यक्ति किसान का कार्य करता है, उन्हें इस देश में तरह तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार इन्हें मौसम की मार भी सहनी पड़ती है. अतिवृष्टि, सूखा या जमाखोरी से इनके लाभ पर काफ़ी प्रभाव पड़ता है. इस वजह से कई लोग किसान का कार्य छोड़ कर गाँव से शहर आ जाते है. राज्य सरकार द्वारा जारी किये गये इस योजना से हालाँकि उन्हें अपना तय लाभ प्राप्त हो सकेगा. इस तरह से राज्य में किसान आत्महत्या पर रोक लग सकेगा. यदि यह योजना नियमित रूप से सक्रीय रही तो किसानों को काफ़ी लाभ प्राप्त हो सकता है.
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