आईएफ़एससी कोड और उसे पाने का तरीका उपयोग व लाभ | Full Form of IFSC code, How to Find it Uses and Benefits in hindi
आईएफ़एससी कोड का प्रयोग भारतीय अर्थव्यवस्था में मुख्यतः बैंकों में देखा जाता है. इसके प्रयोग से इलेक्ट्रॉनिक फण्ड ट्रान्सफर का रास्ता आसान हुआ है. ये एक यूनिक संख्या होती है जिसकी सहायता से देश के विभिन्न बैंक ‘पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम इन इंडिया’ के अंतर्गत आ जाते हैं. इस सिस्टम के अंतर्गत ही आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रोथ सेटलमेंट) तथा नेफ्ट (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फण्ड ट्रान्सफर) की सुविधा भी होती है.
आईएफ़सीएस कोड क्या है (What is IFSC code)
आईएफ़सीएस ग्यारह सांख्यिक अक्षरांकीय कोड है, जिसे भारतीय रिज़र्व बैंक ने जारी किया था. इसका पूरा नाम इंडियन फाइनेंसियल सिस्टम कोड है. यह कोड भारत के विभिन्न बैंकों के विभिन्न शाखाओं को अलग अलग रूप से दिया गया है, ताकि बैंक की विभिन्न शाखाओं की पहचान आसानी से की जा सके. इस समय भारतीय बैंकों में होने वाले सभी लेनदेन में इस कोड का महत्व बहुत अधिक हो गया है.
आईएफ़सीएस कोड का गठन (IFSC code format)
इस कोड का पहला चार अक्षर किसी भी बैंक के नाम को दर्शाता है. पांचवी संख्या शुन्य रखी गयी है ताकि कालांतर में बैंक के शाखाओं की संख्या बढाने पर किसी क़िस्म की परेशानी न हो. इसके बाद अंत के 6 संख्या किसी भी बैंक के सही पते का ब्यौरा देता है.
आईएफ़एससी कोड कैसे पायें (How to find IFSC code in hindi)
आईएफ़एससी कोड सभी बैंको की सभी शाखाओं के लिए उपलब्ध है. बैंकों की प्रत्येक शाखाएं अपने द्वारा निकालने वाले चेक बुक में एक विशिष्ट जगह पर आईएफ़एससी कोड छाप कर रखता है. आईएफ़एससी कोड पाने का सबसे आसान तरीक़ा यही है कि चेक देखा जाए. इसके अलावा आवश्यक बैंक के विशिष्ट ब्रांच पर जाकर आईएफ़एससी कोड पता किया जा सकता है.
इसके अलावा विभिन्न बैंकों के औपचारिक वेबसाईट में उन बैंकों की सभी शाखाओं की फेहरिस्त दी हुई रहती है. अतः अपनी शाखा का ये कोड पाने के लिए ग्राहक अपने बैंक की औपचारिक वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते हैं. कई अन्य वेबसाइट पर भी इन बैंको के आईएफ़एसससी कोड दिए हुए होते हैं.
आईएफ़एससी कोड की आवश्यकता (IFSC code uses)
पहले के समय में फण्ड ट्रान्सफर के लिए इन्टरनेट की सुविधा नही थी. इस कार्य के लिए पैसे जमा देने वाले को बैंकर के सामने सारा ब्यौरा देना पड़ता था, कि कितना पैसा ट्रान्सफर कराना है तथा किस बैंक की किस शाखा में फण्ड ट्रान्सफर होगा. यदि भूलवश शाखा का नाम ग़लत हो जाता था तो फण्ड ट्रान्सफर कैंसिल होने की सम्भावना बढ़ जाती थी.
किन्तु अब इन्टरनेट की सुविधा सभी को प्राप्त है, जिससे ऑनलाइन बैंकिंग का ख़ूब विकास हुआ है. अब ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से ही फण्ड ट्रान्सफर किया जा सकता है. ऑनलाइन ट्रान्सफर के लिए बैंकर का सामना नहीं करना पड़ता और अपनी जगह पर रहते हुए काम हो जाता है. इस ऑनलाइन फण्ड ट्रान्सफर के लिए आईएफ़एससी कोड की आवश्यकता पड़ती है. आईएफ़एससी कोड ये बात तय करती है कि बैंक के किस शाखा में पैसा ट्रान्सफर होने वाला है.
आईएफ़एससी कोड से प्राप्त लाभ और सुविधाएँ (IFSC code benefits)
आईएफ़एससी ऑनलाइन ट्रांजक्शन का आधार है. इसके इस्तेमाल से कई सुविधाएँ प्राप्त होती हैं
- ऑनलाइन ट्रांजक्शन की सुविधा : आईएफ़एससी कोड के अविर्भाव का सबसे बड़ा फायदा ये हुआ है कि अब लोगों को एक छोटे से फण्ड ट्रान्सफर के लिए बैंक में लाइन नहीं लगाना पड़ता है. अब बैंक ग्राहक जहाँ भी हो वहीँ से ऑनलाइन ट्रान्सफर कर सकता है.
- सुरक्षा : इस सुविधा के आने से फण्ड ट्रान्सफर की सुरक्षा बढ़ी है. विभिन्न बैंक के विभिन्न शाखाओं के आईएफ़एससी कोड अलग अलग होता है. यूनिक संख्या होने की वजह से किसी तरह की ग़लती अथवा धोखेधड़ी होने की अवस्था कम हो जाती है. ट्रांजक्शन की पूरी प्रक्रिया एक आईएफ़एससी से शुरू होकर दुसरे आईएफ़एससी कोड पर ख़त्म हो जाती है.
- फण्ड ट्रान्सफर की गति : आईएफ़एससी कोड ऑनलाइन प्रक्रिया की सहायता करता है. अतः इसकी सहयता से फण्ड ट्रान्सफर में न्यूनतम से न्यूनतम समय लगता है. अतः किसी तरह के आपातकाल में अपने स्वजनों के खाते में आवश्यक राशि समय पर पहुंचाई जा सकती है.
- हर समय की सुविधा : बैंकों की शाखाएं अपने औपचारिक समय के बाद बंद हो जाती हैं. शाखाएं बंद हो जाने के बाद फण्ड ट्रान्सफर किसी भी तरह से नहीं हो पाता. इसी तरह छुट्टियों वाले दिनों में भी इस परेशानी का सामना करना पड़ता है. आईएफ़एससी ने इस परेशानी का हल निकाल दिया है. इन्टरनेट हर वक़्त उपलब्ध होता है. अतः किसी भी समय इस कोड का इस्तेमाल करके अपने लाभार्थी के खाते में पैसा पहुँचाया जा सकता है या स्वयं भी पैसा पाया जा सकता है.
आईएफ़एससी द्वारा ट्रान्सफर की देख- रेख (How to check IFSC code)
ये सुविधा भारतीय रिजर्व बैंक ने लागू किया था. अतः आईएफ़एससी की सहायता से होने वाले भी लेनदेन भारतीय रिजर्व बैंक की देख रेख में होते है. सभी लेनदेन का नियंत्रण ये बैंक करता है. इसके अंतर्गत ही ये बैंक आरटीजीएस, एनईएफ़टी आदि अन्य ट्रांजक्शन की सुविधा मुहैया कराता है.
अतः आईएफ़एससी ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन बैंकिंग के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हुआ है.
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