ज्ञानोदय योजना झारखंड – शिक्षकों को मुफ़्त टेबलेट वितरण | Gyanodaya Yojana Jharkhand – Free Tablets to Teachers in hindi
झारखंड की राज्य सरकार ने स्कूल के शिक्षकों के लिए एक योजना जिसका नाम ‘ज्ञानोदय योजना – शिक्षकों को मुफ़्त टेबलेट वितरण’ है शुरू की है. इस योजना के अंतर्गत झारखण्ड राज्य सरकार ने राज्य के विभिन्न स्कूल के शिक्षकों को मुफ़्त में उपहार स्वरुप टेबलेट को देने की घोषणा की है. शहीद ग्राम विकास योजना झारखंड के बारे में यहाँ पढ़ें.
ज्ञानोदय योजना का उद्देश्य (Gyanodaya Yojana Objectives)
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि बिना किसी बाधा के शिक्षक किसी भी समय कहीं पर भी अपना काम ऑनलाइन कर सके, इसलिए राज्य की सरकार उन्हें टेबलेट उपलब्ध करा रही है.
- इससे स्कूल के वास्तविक समय की निगरानी एवं ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के माध्यम से बच्चों, शिक्षकों की उपस्थिति, ड्राप आउट, मिड डे मील इत्यादि के माध्यम से झारखंड के शिक्षा विभाग के द्वारा ऑनलाइन निगरानी की जाएगी.
- पुरे राज्य में 40 हजार स्कूलों के शिक्षकों को टेबलेट वितरित करना भी इस योजना का उद्देश्य है.
ज्ञानोदय योजना के लॉंच का विवरण (Gyanodaya Yojana Launch Date)
झारखंड के मुख्यमंत्री ने पनबट्टा स्टेडियम में शिक्षकों के सम्मान के लिए आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर ज्ञानोदय योजना शुरू की. झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास इस योजना के तहत शिक्षकों को टेबलेट की उपलब्धता करायेंगे, जिससे शिक्षक अपने कार्य को नियमित रूप से सुगमता पूर्वक कर सके.
ज्ञानोदय योजना की प्रमुख विशेषताएँ (Gyanodaya Yojana Features in hindi)
ज्ञानोदय योजना की कुछ मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं –
- इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार विद्यार्थियों और शिक्षकों के शिक्षा स्तर में सुधार और गुणवत्ता लाने का लक्ष्य रख रही है. टेबलेट और इंटरनेट के माध्यम से शिक्षक शिक्षा या विषय सम्बंधित सभी सामग्रियों को संग्रहित कर पायेंगे, जिसका लाभ विद्यार्थियों को प्राप्त होगा.
- ऑनलाइन स्रोत से निश्चित रूप से छात्र और शिक्षक दोनों को लाभ प्राप्त होगा, टेबलेट का इस्तेमाल उनके कार्य में सहायक साबित होगा. इससे उन्हें नोट बुक या किसी भी तरह के किताबों को नहीं ढोना पड़ेगा. वे इस डिजिटल यंत्र के माध्यम से अपने किताबों और नोट्स को सुविधाजनक रूप से अपने पास संग्रह कर सकते है.
- इस योजना के माध्यम से छात्र और शिक्षकों के बीच की दुरी कम होगी वो ऑनलाइन माध्यम से बच्चों पर नज़र रख सकेंगे और छात्र भी अपनी समस्या को तुरंत अपने शिक्षकों के सामने ऑनलाइन रख कर सहायता प्राप्त कर सकते है.
- इस योजना के तहत राज्य के विभिन्न स्कूलों को और शिक्षा विभाग को डिजिटलीकृत किया जायेगा. जिससे इ- लर्निग कार्यक्रम को आसानी से संचालित किया जा सके.
- इस योजना के माध्यम से विभिन्न तरह की स्कूल परिसर में होने वाली परेशानियों और उनकी गतिविधियों पर ऑनलाइन निगरानी रख कर उनका समय रहते निबटारा किया जा सकेगा.
ज्ञानोदय योजना के तहत योग्यता का मानदंड (Gyanodaya Yojana Eligibility)
इस योजना का लाभ लेने वाले लाभार्थियों के लिए निम्नलिखित योग्यता मापदंड रखे गये हैं-
- इस योजना का लाभ लेने के लिए वही स्कूल या शिक्षक योग्य है जो झारखंड राज्य के स्वामित्व वाले चयनित सरकारी स्कूल या गैर सरकारी स्कूल के चयनित शिक्षक होंगे.
- शिक्षक झारखंड राज्य का निवासी होना चाहिए.
ज्ञानोदय योजना टेबलेट विनिर्देश विशेषताएं (Gyanodaya Yojana Tablet Specifications)
सरकार के द्वारा जो टेबलेट प्रदान किया जायेगा, उसके इस्तेमाल के लिए विभिन्न दिशा निर्देश जारी किये गए है जो निम्नलिखित है :-
- टेबलेट को शिक्षक अपने साथ कक्षा मे ले जा सकेगें.
- टेबलेट देने के साथ ही सरकार द्वारा इसके प्रयोग में इंटरनेट कनेक्शन के लिए होने वाले खर्च का वहन किया जायेगा. इस सुविधा के माध्यम से शिक्षक और छात्र के बीच इ- लर्निग कार्यक्रमों को भी बढ़ावा दिया जायेगा और बिना किसी विलम्ब के शिक्षाप्रद जानकारियां छात्रों को प्रदान की जायेगी.
- टेबलेट में पहले से ही उन विभिन्न एप्प को डाउनलोड करके दिया जायेगा जो छात्रों की उपस्थिति, उनके प्रदर्शन इत्यादि का रिकॉर्ड बनाये रखने या उनकी निगरानी रखने के लिए उपयोग किये जा सके.
ज्ञानोदय योजना में सरकारी बजट और लाभार्थियों की संख्या (Gyanodaya Yojana Government Budget and Beneficiars)
- कैबिनेट ने इस योजना के लिए 63 करोड़ 60 लाख रुपये की मंजूरी दे दी है. ये योजना शिक्षकों को अच्छे शिक्षार्थी बनाने के लिए सशक्त करेगी. टेबलेट के माध्यम से शिक्षक हर समय नई चीजों को सीखते रहेंगे और विभिन्न ऑनलाइन स्रोतों से ज्ञान की प्राप्ति कर सकेंगे.
- इस योजना से झारखंड राज्य के विभिन्न स्कूलों से चुने हुए लगभग 40,000 से ज्यादा स्कूल के चयनित शिक्षकों को लाभ प्राप्त होने की संभावना है.
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