खांसी या कफ़ के कारण लक्षण और घरेलु उपचार | Cough Reasons Symptoms and Home Remedies in hindi
खांसी आम घरेलु समस्याओं में से एक है, खांसी या कफ़ में कुछ कण श्वसन पथ में प्रवेश करते है जिससे वायुमार्ग या साँस लेने में रूकावट पैदा होती है. इस रूकावट से नाक का सामन्य प्रवाह बाधित हो जाता है. खांसी से पीड़ित व्यक्ति को श्वास लेने, बोलने और अच्छी नींद में कठिनाई का सामना करना पड़ता है, यह बीमारी किसी भी आयु वर्ग के व्यक्ति को हो सकती है. यदि खांसी या कफ़ 15 दिनों से अधिक तक बनी रहे तो पीड़ित व्यक्ति को तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए, अगर यह बीमारी ज्यादा दिनों तक बनी रही तो इसके परिणामस्वरूप अन्य गंभीर बीमारियाँ हो सकती है.
खांसी या कफ़ होने के कारण (Cough Reasons)
खांसी होने का प्रमुख कारण है – ह्रदय रोग, फेफड़े का कैंसर, अस्थमा, वायरल फ्लू या संक्रमण और साइनस इन वजहों से आपको खांसी हो सकती है. श्वसन सम्बन्धी एलर्जी से कई बार सुखी खांसी हो जाती है.
खांसी के लक्षण (Cough Symptoms)
खांसी होने से पीड़ित हमेशा दुखी महसूस करता है इस वजह से आपकी दैनिक दिनचर्या के कामों में हस्तक्षेप होने लगता है. खांसी से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में दर्द, गले में खराश, बुख़ार, ठंड, छाती में भारीपन महसूस होना, साँस लेने की प्रणाली में समस्या और बेचैनी के साथ नींद में भी परेशानी होती है.
खांसी से निज़ात पाने के लिए घरेलु उपचार (Cough Home Remedies in hindi)
खांसी से निज़ात या छुटकारा पाने का सबसे अच्छा तरीका है इसके संक्रमण से बचना. कुछ घरेलु उपाय है जो खांसी को कम करने या दूर करने में प्रभावी है जिनमें से कुछ की चर्चा निम्नलिखित हैं –
- नमक और पानी – नमक और पानी को गर्म कर गलगलाने से खांसी से हुई गले के दर्द से तुरंत राहत मिलती है, गले में दर्द टांसिलाइटिस या सामान्य सर्दी और एलर्जी के कारण होता है नमक के इस्तेमाल से संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है, यह गले के सुजन को कम कर खांसी से राहत प्रदान करता है और बैक्ट्रिया को भी समाप्त कर देता है. नमक और गर्म पानी गलगलाने की प्रक्रिया को दो से तीन बार करने पर यह खांसी से घंटों तक आराम पहुँचता है.
- एलोवेरा जेल – एलोवेरा में एक प्राकृतिक जेल होता है जो गले के सुजन और सुखी खांसी को दूर करने में, रोगाणुओं से लड़ने में मदद करता है, क्योकि इसमें प्राकृतिक रूप से एंटीबायोटिक गुण मौजूद होते है. एलोवेरा के 2 से 4 इंच तक के पत्ते को छीलकर इनमे से जेल निकाल कर आप इसे सीधे सेवन कर सकते है. अगर आपको इसका कडवा स्वाद पसंद नहीं है तो आप इसमें फलों के जूस के साथ शहद को भी मिश्रित कर इसे और अधिक स्वादिष्ट बना सकते है.
- लहसुन – लहसुन एक प्रभावी रोगानुरोधक है यह खांसी से लड़ने के लिए एक मूल्यवान घरेलु उपाय है. मेरीलैंड मेडिकल सेंटर यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि जिन लोगों ने 12 सप्ताह तक लहसुन को पूरक के तौर पर सेवन किया था, उन लोगों में लहसुन का सेवन नहीं करने वालों की अपेक्षा 63% कम सर्दी के लक्षण दिखे. लहसुन सर्दी को रोकने और उनके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है. लहसुन, 5 लॉन्ग और घी को गर्म करके इसका सेवन करे, यह एक औषधीय सूप है. यह खांसी और ठण्ड से राहत देने के साथ ही गले में जमी मोटी बलगम को तरल पदार्थ में बदल देता है, जिससे कफ़ आसानी से बाहर निकल जाती है और पीड़ित को गले की दर्द और खांसी से राहत मिल जाती है.
- बादाम – यदि कोई रोगी सुखी खांसी से पीड़ित हो तो उसे 8 से 10 बादाम को रात में भिंगो कर उसके छिलके को हटाकर और उसे पीस कर पेस्ट तैयार करके, इस पेस्ट में शहद और मक्खन आधा चम्मच मिलाकर पीड़ित को प्रतिदिन दो से तीन बार खाने के लिए दें. इस पेस्ट को खाने से पीड़ित के स्वास्थ्य में जल्द ही सुधार महसूस होने लगेगा.
- हल्दी पाउडर – विज्ञान में यह बात साबित हो चुकी है कि हल्दी पाउडर रोग उपचार के लिए बहुत ही उपयोगी है, इसका उपयोग न केवल खांसी ही बल्कि कैंसर रोगियों के उपचार में भी किया जाता है. इसके लिए एक बड़े चम्मच आजवाइन में एक बड़ा चम्मच हल्दी पाउडर एक ग्लास पानी डाल कर इसके आधे होने तक इसे खौलाए उसके बाद बने सीरम को छान ले और उसमे शहद मिलाकर रोगी को एक दिन में 2 से 3 बार तक दें इससे छाती के भारीपन से निज़ात मिलेगी. हल्दी को गर्म दूध के साथ मिलाकर पिने से भी बलगम की झिल्ली साफ़ हो जाती है, हल्दी खांसी के लिए सबसे अच्छा घरेलु उपचार में से एक है.
- अदरक की चाय – अदरक की चाय खांसी से लड़ने का एक लोकप्रिय और कारगर तरीका है इसको पीने से श्वसन पथ में जमा कफ़ निकालने में मदद मिलती है और गले के दर्द में भी कमी आती है. अदरक, तुलसी और काली मिर्च को गर्म पानी के साथ खौलाकर उसमे शहद मिलाकर लेने से खांसी की परेशनी से राहत मिलती है.
- प्याज – खांसी के लिए सरल घरेलु उपचार में प्याज का भी उपयोग किया जाता है. इसके लिए आप कच्चे प्याज के रस में शहद मिलाकर इसका उपयोग कर सकते है, या प्याज को सेंक कर भी शहद के साथ खाने से सुखी खांसी को कम करने और गले के दर्द को शांत करने में मदद मिलती है. प्याज के लाभ कई है.
- गाजर का रस – गाजर में पाए जाने वाले विटामिन और पोषक तत्व इसके लक्षणों को दूर करने में मदद करते है. इसके लिए 4 से 5 गाजर के रस में एक बड़े चम्मच शहद के साथ 3 से 4 बार सेवन करें जिससे आपको खांसी के लक्षणों में सुधार महसूस होगा.
- अंगूर – अंगूर में कफ़ को कम करने के गुण मौजूद रहते है इसके सेवन से आपके श्वसन तंत्र के प्रभावित भाग से बलगम तेजी से निकल जाते है, आप अंगूरों को सीधे ताजे रूप में खा सकते है या इसका जूस निकालकर इसमें शहद मिलाकर इसके स्वाद को और सुखदायी और प्रभावी बना कर इसका सेवन कर सकते है.
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